सारिका मुकेश का ब्लॉग
जब कोई आमलेट खाता है ... तब भी मैं कुछ ऐसा ही सोचता हूँ.अत्यंत संवेदनापूर्ण भाव.... साधु.
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जब कोई आमलेट खाता है ... तब भी मैं कुछ ऐसा ही सोचता हूँ.
ReplyDeleteअत्यंत संवेदनापूर्ण भाव.... साधु.