हमारे लिए ऊर्जा के परम-स्रोत...

Wednesday 17 September 2014




किसी बेहतरीन ग़ज़ल की तरह
ये एक बेहतरीन खयाल होती है
कमाल भला कुछ और क्या होगा
ज़िन्दगी खुद में कमाल होती है......

सदा मुस्कुराते रहिए :))




(चित्र गूगल से साभार)




Tuesday 16 September 2014

अपने-अपने दर्द


आवरण भले ही
दीखते हों
अलग- अलग
पर
हम सब
अंततः
लिपटे हुये हैं
अपने-अपने
दर्द में ∙

(चित्र गूगल से साभार)