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Tuesday, 13 March 2012

आज के दौर पर 6 हाइकू

                                       
  
     1
हो चला अंत   
संवेदनाएं शून्य
इच्छा अनंत 

      2
यूँ मिटा प्यार
खुद में ही सिमटे
सारे त्यौहार

     3
इस दौर में
खुद में संकुचित
हो गए लोग
         
      4
बड़ा आश्चर्य
गला काटते यहाँ
अपने लोग

      5
हम तो रहे
अपनों के बीच भी
अज़नबी-से

      6
ना रहा अब
कोई त्यौहार खास
मन उदास
       *

1 comment:

  1. Thank You for visiting Poetic Oceans.Excellent portrayal of life and human nature in these great Haiku lines.A pleasure to read

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