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Sunday, 11 March 2012

5 हाइकु




स्त्री की नियति
कभी जाना बिस्तर
तो कभी जूती

  •        

महानता का
जामा पहनाकर
किया शोषण

  •     

हाय री नारी
महिला-दिवस में
खोई आबरू

  •      


ये इबादत
महिला-दिवस में
लूटी इज़्ज़त

  •            

जाडे़ की धूप
बारिश की फुहार
माँ का प्यार  
  •         



2 comments:

  1. अच्छी प्रस्तुति


    कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...

    वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
    डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो करें ..सेव करें ..बस हो गया .

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    Replies
    1. माननीय महोदया
      सादर नमन
      हाइकु पर सर्वप्रथम (और त्वरित भी) आपकी प्रतिक्रिया पाकर आह्लादित हूँ, आपका स्नेह सदा ऊर्जा देता है!
      वर्ड वेरिफिकेशन हटा दिया है अब टिप्पणी करने में स्भी को सरलता होगी!
      यूँ ही मार्गदर्शन करती रहें!
      सादर/साभार
      सारिका मुकेश

      Delete

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