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Tuesday, 28 February 2012

पुरातत्व



पाषाणों में छिपी
इतिहास की गाथा
खोजता उन्हें मनुष्य
जो नहीं हैं अब
और ना होंगे
फिर कभी                                                   

2 comments:

  1. फिर भी अतीत से जुड़ा रहता है मनुष्य

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    1. माननीय महोदया
      सादर नमन
      आपने मेरा ब्लॉग देखा, आभार!
      मेरी रचना पर आपकी प्रतिक्रिया...अतिसुंदर! आपने जो हौंसला अफजाई की है उसके लिए तहे-दिल से आभार!

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