हमारे लिए ऊर्जा के परम-स्रोत...

Tuesday, 28 February 2012

पुरातत्व



पाषाणों में छिपी
इतिहास की गाथा
खोजता उन्हें मनुष्य
जो नहीं हैं अब
और ना होंगे
फिर कभी                                                   

Tuesday, 7 February 2012

अगर समय से चेता होता




होता था
संवाद कभी
जो हममें
कालांतर में
कितना कुछ सहकर
ये जाना हमने
सुख बनकर के
आया था वो
दुःख हमको देने

काश
अगर ये हमने
तभी समय से
चेता होता
दुःख ने कहाँ
फिर हमको
यूँ घेरा होता?