माँ सरस्वती वर दे…
हम हैं बालक
मूढ़ अज्ञानी
सुबुद्धि से भर दे
माँ सरस्वती वर दे…
तेरी कृपा हुई जगत में
अच्छा नाम कमाया
तेरी कृपा के बिना माँ
कौन यहाँ पढ़ पाया
हुई प्रसन्न माँ तू जिस पर
वो ही आगे बढ़ पाया
करूँ साधना दिन-प्रतिदिन तेरी
मुझको मोह अज्ञान से तर दे
माँ सरस्वती वर दे…
यही कामना है माँ मेरी
बस साधना तेरी कर पाऊँ
चहुँ ओर जो फैला सागर
भीतर अपने भर पाऊँ
कृपा कर मुझ दुर्बल पर माँ
समर्थ मुझे तू कर दे
माँ सरस्वती वर दे…
तेरी कृपा से ही तो माँ
मैं इतना आगे बढ़ पाई
प्यार छोटों का पाया मैंने
और आशीष बडों से पाईं
सदा काम आ सकूँ सभी के
इस योग्य मुझे तू कर दे
माँ सरस्वती वर दे…
मां सरस्वती की यह वंदना बहुत ही प्रेरणादायी है...
ReplyDeleteएक अच्छी रचना ...मां सरस्वती का वरद् हस्त आप पर सदैव बना रहे।
मेरे ब्लॉग्स पर आपका स्वागत है।