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Saturday 27 July 2013

ओ कृष्ण




                                                बताना कृष्ण
कौन है तुम्हें प्रिय
राधा या मीरा?
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रास रचाते
अब भी मथुरा में
क्या तुम कृष्ण?        
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निधि-वन में
सुना है आज तक
रास रचाते                
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सारथी बन
तुमने अर्जुन का
चलाया रथ             
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निधि-वन में
गोपियों संग कृष्ण
रास रचाते              
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अभी भी आते
क्या तुम हर रात
निधि-वन में    
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हम जब मथुरा भ्रमण के लिए गए थे तो हमें वहां गाइड और अन्य लोगों से यह जानकारी मिली थी कि अभी भी प्रतिदिन रात को निधि वन में कृष्ण आते हैं और वहां गोपियों के साथ तमाम रात्रि रास लीला करते हैं, इसीलिए रात्रि को वहां पर कोई नहीं रुक सकता है और जिसने इसके लिए प्रयास किया है अर्थात जो रात्रि को वहां रुक गया है वो उस रात्रि के बाद जीवन भर कुछ बोल नहीं पाया...यह सुनकर मन में एक अजीब सा रोमांच जाग उठा था...उसी की स्मृति में यहाँ कुछ हाइकु लिखे हैं....
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5 comments:

  1. बहुत सुन्दर...

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  2. सुंदर हाइकू हैं सभी ... कृष्ण और उससे जुड़े प्रसंग न सिर्फ रहस्य हैं रोमांच और भक्ति-भाव जगाने वाले भी हैं ...

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    1. सच कहा आपने, कृष्ण कुछ अलग ही हैं...प्रेममय...रहस्यमय...हार्दिक आभार!

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  3. कुछ ऐसा ही हमने भी सुना है
    फिर भी कृष्ण और राधा का प्रेम आज भी जिन्दा है

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  4. आदरेया आपकी यह प्रस्तुति 'निर्झर टाइम्स' पर धर्म संगम में शामिल की गई है।
    http://nirjhar-times.blogspot.com पर आपका स्वागत् है,कृपया अवलोकन करें।
    सादर

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