हमारे लिए ऊर्जा के परम-स्रोत...

Monday, 13 May 2013



अपने सूरज को जला लो


इससे पहले कि अंधेरा
मार डाले
तुम्हारी आत्मा को
और
लील जाए तुम्हे
पूरे का पूरा
तुम
अपने अंदर के
सूरज को जला लो.

6 comments:

  1. बहुत सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति बधाई

    ReplyDelete
  2. बहुत सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति बधाई

    ReplyDelete
  3. आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल १४ /५/१३ मंगलवारीय चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहां स्वागत है ।

    ReplyDelete
  4. कुछ ही पंक्तियाँ... मगर कितनी बड़ी बात कह गयीं!
    बहुत सुंदर सारिका जी!
    ~सादर!!!

    ReplyDelete
  5. गागर में सागर ..बेहतरीन मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है

    ReplyDelete

आपकी प्रतिक्रिया हमारा उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन करेगी...