हमारे लिए ऊर्जा के परम-स्रोत...

Monday, 18 March 2013


आशा-प्रत्याशा


रखे जीवंत
हर परिस्थिति में
आशा की ज्योति

        ***

कैसी निराशा
जीवन का अर्थ
आशा-प्रत्याशा

        ***

उठाओ हाथ
भर लो आसमान
मुट्ठी में दोस्त

        *** 

8 comments:

  1. तीनों हाइकु बहुत भावपूर्ण, बधाई.

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  2. अतिसुंदर हाईकु! आशा से ओतप्रोत...
    ~सादर!!!

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  3. वाह सुंदर प्रस्तुति
    बधाई

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  4. अर्थपूर्ण एवं भावपूर्ण , बड़े सुन्दर
    KAVYA SUDHA (काव्य सुधा):

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  5. सुंदर हाइकु हैं
    आदरणीया सारिका जी आदरणीय मुकेश जी

    आपका लेखन सदैव ही सरस , सहज , शिष्ट और सौम्य होता है ...
    परिस्थितियों में उलझे रहने के कारण मैं रचनाओं पर प्रतिक्रिया कम दे पाता हूं...यद्यपि आपकी अधिकांश प्रविष्टियां पढ़ अवश्य लेता हूं ।


    आपको सपरिवार होली की बहुत बहुत बधाई !
    हार्दिक शुभकामनाओं मंगलकामनाओं सहित…

    -राजेन्द्र स्वर्णकार


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  6. सुंदर प्रस्तुति
    बधाई

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  7. बेहद ख़ूबसूरत और उम्दा

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