अंतर्मन की लहरें Antarman Ki Lehren
सारिका मुकेश का ब्लॉग
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Thursday, 16 January 2014
रख विश्वाश
रख विश्वाश
नया आकाश
नयी संभावनाएं
नयी उड़ान
***
बनो सशक्त
लो मुट्ठी में आकाश
खूँदो जहान
***
रख विश्वाश
हौंसलों में उड़ान
छू ले आकाश
***
1 comment:
सुशील कुमार जोशी
16 January 2014 at 20:40
सुंदर !
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