हम अकेले कुछ नहीं कर सकते
कितनी ही उपलब्धियाँ
जुड़ जाए हमारे नाम के साथ
पर सच तो यही है
कि उनमें होता है
ना जाने कितनों का ही
महत्त्वपूर्ण योगदान
जिनके नाम कभी नहीं लिए जाते
और शायद हम भी नहीं करते
कभी उन पर ग़ौर
और बिसरा देते हैं उन्हें
पर यदि गहरे में सोचें
तो पाएंगे कि एक छोटी से
छोटी उपलब्धि में
छिपे होते हैं अनेकानेक नाम
कितने ही परिचितों/अपरिचितों
के
जो जाने/अनजाने
जुड जाते हैं
हमारे उस उपक्रम में
अकेले कुछ नहीं होता!
हम अकेले कुछ नहीं कर सकते!!
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDeletelatest post मंत्री बनू मैं
LATEST POSTअनुभूति : विविधा ३
योगदान करने के लिये खुला मन होना चाहिये
ReplyDeleteजिंदादिल होना चाहिये
विचारणीय रचना
सादर
आग्रह है
गुलमोहर------