मानो ना मानो
आत्मा का
रिश्ता
होता है
सच्चा
प्रेम
ना टूटे
कभी
***
मानो ना
मानो
प्रेम में
निरर्थक
बहते शब्द
***
कैसी ये
रीत
कभी ना
छिप सकी
किसी की
प्रीत
***
"वसंत-पंचमी के पावन पर्व पर
आप सभी को
हमारी ओर से सादर/सप्रेम
कोटि-कोटि शुभकामनाएँ."
hardik abhinandan
ReplyDeleteप्यार बोलता है ...
ReplyDelete