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Tuesday, 13 November 2012

दीपावली पर हाइकु



आई दिवाली
काली अँधेरी रात
हुई रौशन
      ***
पूजा-अर्चना
दीप हुए रौशन
हर्षित मन
      ***
चले पटाखे
ढेर सारी मिठाई
खील-बताशे
      ***
बिखरा किए
फुलझड़ी के फूल
खुश हों बच्चे
      ***
चमके मन
दहका जो अनार
फूल हजार
      ***
दीपों की माला
खूब छटा बिखेरे
अन्धकार में
      ***
हो मीठी बोली
प्रसन्नता का धन
दीपों-सा मन
***
दीप-से बनो
बिखराओ उजाला
मिटाओ तम
      ***

एक किरण
उजाला भरा प्याला
तुम्हें सादर
      ***
            दीपावली पर आप सभी को
                हमारी
          हार्दिक  शुभकामनाएँ!